ज्यादा जानकारी के लिए भाई आर्य जितेंद्र जी का ये विडियो देखिये http://www.youtube.com/watch?v=-YQTeNwuTd4&feature=youtu.be ज्यादा जानकारी के लिए भाई आर्य जितेंद्र जी का ये विडियो देखिये http://www.youtube.com/watch?v=-YQTeNwuTd4&feature=youtu.be यूं तो भारत ने दुनिया को पढ़ना लिखना और जीवन जीना सिखाया है लेकिन कुछ अज्ञानी भारतीय जो भारत मे अपवाद बनकर पैदा हुए है वो कहते है की हम तो बंदर के अवतार है और ज्ञान तो भारत मे यूरोप से आया है उन काले अंग्रेज़ो की जानकारी के लिए मैं बता दूँ की भारत ने ही दुनिया को भौतिक जगत की हर सुख सुविधाए प्रदान की है चाहे वो टेलीफोन हो या हवाई जहाज आइये जाने टेलीफोन के बारे मे ------------- टेलीफोन का आविष्कार तो भारत मे करोडों वर्ष पहले ही हो गया था लेकिन भारत वासी इतने उच्च विज्ञान और गहन अनुसंधान मे लगे थे की ऐसी मामूली वस्तु का उनके जीवन मे कोई महत्व नहीं था इसलिए ऐसी तुच्छ तकनीकी का वे उपयोग नहीं करते थे लेकिन जब भारत पर अंग्रेज़ो ने राज किया तो भारत से वे ज्ञान और तकनीकी चुराने लग गए और अपने नाम से पेटेंट कराने लग गए वास्तव मे ये आविष्कार करोडों वर्ष पहले ही भारत मे हो चुके थे । आइये आधुनिक जगत मे टेलीफोन की बात भी करे तो टेलीफोन का आविष्कार ग्राहम बैल ने किया था लेकिन वास्तव में इसका आविष्कार प्रो. जगदीश चन्द्र बसु ने किया था. ग्राहम बैल और एलीशा ग्रे नाम के दो चोरो ने तो भारत के वैज्ञानिक जगदीश जी की थ्योरी चुराई है और जब भारत के वैज्ञानिक श्री जगदीश जी ने टेलीफोन का आविष्कार किया था तो हम भारतीय ग्राहम बैल की रखेल हैलो का नाम लेकर हमारे वैज्ञानिक श्री बॉस को क्यूँ गाली दे तो! आज से मानसिक गुलामी छोड़िए और फोन आते ही जो से बोलिए जय जगदीश .......................................... किसी काले अंग्रेज़ की आत्मा को इस बात से दुख पहुचा हो तो कृपया अमेरिका और यूरोप मे चला जाये भारत को छोड़कर ये भारत सिर्फ शालिन भारतीयो का देश है
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